कामरेड अमीरुद्दीन को युनियन टोला कब्रिस्तान में दफन किया गया

जयनगर /मधुबनी
सांप्रदायिक सौहार्द बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के दिग्गज नेता अमीरुद्दीन को शनिवार को जयनगर के युनियन टोला कब्रिस्तान में सुपुर्दे खाक किया गया।
उनकी जनाजा की नमाज मधुबनी के भौआङा स्थित मदरसा फलाउल मुसलमीन के ओसताद मौलाना मोतीउर्हमान काशमी ने पढाई। कामरेड अमीरुद्दीन के निधन पर उनके सहयोगी रहे कई लोगों ने बताया कि जयनगर ने अपना बेटा खोया है। उनके कमी को पूरा नही किया जा सकता है।
अमीरुद्दीन ऐसे व्यक्ति थें। जिन्होनें हर दिलों पर राज करने वाले में से एक थें। उनके द्वारा लिखी किताब यादें स्मारिका की लेख आज भी लोगों के जबान पर हैं। नृत्य कला में काफी दिलचस्पी रखतें थें। रंगमंच से जुड़े यादगार नाटक जैसे अलीगढ़ का ताला, जनता पागल हो गई, जांच प्रताल, एक था गदहा उर्फ अलादत खान पर नाटक प्रस्तुत किया गया। जो हमेशा लोगों के दिलों पर राज कर रही है।
कामरेड अमीरुद्दीन के निधन पर वाम दलों के कार्यकर्ताओं ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की। शनिवार को उनके पार्थिव शरीर को कम्युनिस्ट पार्टी के झंडे ढका गया और वामपंथी दलों के कार्यकर्ताओं ने कामरेड अमीरुद्दीन अमर रहे के नारे लगा रहे थे।
इस दौरान भाकपा जिला मंत्री हेमचंद्र झा, मिथिलेश झा, अंचल मंत्री रामचंद्र पासवान,नरेश ठाकुर, सूरज ठाकुर, श्रवण साह, शिवजी पासवान, वकिल बैठा, जफर अंसारी, करिनेश कुमार, रामू पंजियार, डीवाईएफआई के शशि भूषण प्रसाद,
माकपा के अधिवक्ता चंदेश्वर प्रसाद, कुमार राणा प्रताप सिंह, अलीहसन, भाकपा माले के प्रखंड सचिव भूषण, मो मुस्तफा, राजद के पूर्व विधायक सीताराम यादव, प्रदीप कुमार यादव, सजदडी के प्रदेश महासचिव राजेश सिंह, चैम्बर आॅफ कामर्स के अध्यक्ष अखिलेश्वर सिंह, इंद्र देव साह, ईश्वर दयाल, रेल थानाध्यक्ष मो मोजम्मिल, सुरेंद्र कुमार, रमेश सिंह, विजय अग्रवाल, दिनेश जांगिड़, राम प्रसाद राउत, हाफिज सदरे आलम, मौलाना मो शमशाद, हाजी मुस्लिम, मो हुसैन, मास्टर मो शमीम, मो सगीर, मो उजैर, मो मुबारक, पूर्व मुखिया फहीम अख्तर, हाफिज मंजूरूल हक, समेत दर्जनों की संख्या में दोनों समुदाय के लोगों ने नमाजे जनाजे में शामिल हुए।
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