पटना | संसद सुरक्षा उल्लंघन के मामले पर केंद्र की एनडीए सरकार से संसद में सवाल पूछने पर लोकसभा एवं राज्यसभा से 146 सांसदों को निलंबित किया जा चुका है। सांसदों के इस निलंबन के खिलाफ बिहार में विपक्षी दल बड़ा विरोध प्रदर्शन करने जा रहे हैं। विपक्षी दलों की ओर से शुक्रवार को राजधानी पटना सहित विभिन्न जिलों में सांसदों के निलंबन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
पटना में आयोजित विरोध प्रदर्शन में सत्ताधारी जदयू सहित, राजद, कांग्रेस और वाम दलों के नेता विरोध प्रदर्शन में शामिल होंगे। प्रदर्शन पटना के इनकम टैक्स चौराहे से शुरू होकर समाहरणालय तक जाएगा। इस दौरान सभी दलों के नेता और कार्यकर्ता बड़ी संख्या शामिल है। कई विपक्षी पार्टियों द्वारा विभिन्न जिलों में प्रदर्शन करने की योजना बनाई है। सभी पार्टी अपने-अपने जिला मुख्यालय में सांसदों के निलंबन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे।
दरअसल लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में शीतकालीन सत्र के दौरान संसद की सुरक्षा का मसाला राष्ट्रीय चिंता बना। पिछले दिनों संसद में तमाम सुरक्षा मानकों को धता बताते हुए दो शख्स प्रवेश कर गए थे। उन्होंने महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दों को उठाते हुए संसद में प्रदर्शन किया था। संसद सुरक्षा के हुए उल्लंघन को लेकर विपक्षी दलों ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बयान देने की मांग की। साथ ही भाजपा सांसद मैसूर से निर्वाचित प्रताप सिम्हा द्वारा दोनों युवकों का पास बनाया गया था उनसे भी जवाब तलब करने की मांग विपक्ष कर रहा है।
हालांकि विपक्ष की इस मांग को अनसुना कर दिया गया और संसद में प्रदर्शन करने को लेकर अब तक के इतिहास में सबसे बड़ी संख्या में विपक्षी सांसदों को निलंबित किया गया है। विपक्ष इसे लोकतंत्र की हत्या और मोदी सरकार का तानाशाही रूप बता रही है। अब इसी मुद्दे पर आज पटना में सहित बिहार के विभिन्न जिलों में विपक्ष का प्रदर्शन होगा।