उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने 2020-21 का आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया

पटना
बिहार के उप मुख्यमंत्री सह-वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने बिहार विधानसभा एवं बिहार विधान परिषद् के पटल पर आर्थिक सर्वेक्षण 2020-21 पेश किया। इसके पूर्व उप मुख्यमंत्री ने बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा, परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनके कक्ष में पुष्पगुच्छ देते हुए शिष्टाचार मुलाकात किया।
उप मुख्यमंत्री श्री प्रसाद ने सत्र की समाप्ति के पश्चात् बिहार विधान मंडल की लाइब्रेरी में आयोजित प्रेस वार्ता में आर्थिक सर्वेक्षण के प्रमुख बिंदुओं पर विस्तार से जानकारी दी। प्रेस वार्ता में वित्त विभाग के प्रधान सचिव एस. सिद्धार्थ, सचिव देवेश सेहरा, आर्थिक सर्वेक्षण से जुड़े सभी तकनीकी विशेषज्ञ एवं विभाग के अन्य वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।
उपमुख्यमंत्री श्री प्रसाद ने कहा कि बिहार वित्तीय वर्ष 2004- 05 से ही लगातार राजस्व अधिशेष वाला राज्य है और अभी भी बना हुआ हैl वर्ष 2019- 20 में राजस्व व्यय 1,23,533 करोड रुपए और पूंजीगत व्यय 20,080 करोड रुपए था। वर्ष 2019- 20 में सकल राजकोषीय घाटा सकल राज्य घरेलू उत्पाद का 2% था जो वर्ष 2018-19 के 2.7 प्रतिशत से कम हैl
बिहार ने पूरे देश में विकास के मोर्चे पर अपने उल्लेखनीय प्रगति की ओर सबका ध्यान आकर्षित किया हैl क्योंकि स्थिर मूल्य पर बिहार की अर्थव्यवस्था वृद्धि दर 2019- 20 में 10.5 प्रतिशत थी जो भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर से कहीं अधिक है।
श्री प्रसाद ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान कठिनाइयों का सामना कर रहे बिहार के लोगों को कोरोना सहायता के रूप में प्रति राशन कार्ड धारी एक हजार रूपये सहायता उपलब्ध कराई गई और अन्य स्थानों पर फंसे जरूरतमंद लोगों को भोजन और आश्रय देने के लिए 27 मार्च 2020 से 15 जून 2020 तक आपदा राहत केंद्र चलाए गए जिनमें लगभग 15 लाख लोगों को रखा गया।
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